Bhiwani Manisha Murder Case
19 साल की मनीषा की संदिग्ध मौत
भिवानी की 19 साल की मनीषा, जो प्ले स्कूल में टीचर थी, की मौत हो गई।
इस मामले में पिछले 10 दिनों से लगातार विरोध चल रहा था। आखिरकार वीरवार को अंतिम संस्कार हुआ।
लेकिन इस पूरे मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए।
शव मिलने से हड़कंप
13 अगस्त को भिवानी के एक खेत में एक लड़की का शव मिला। जांच में पता चला कि वह लड़की मनीषा है जो 11 अगस्त से लापता थी।
102.परिवार उसके लापता होने पर पुलिस से मदद मांग रहा था, लेकिन उन्हें कोई सहायता नहीं मिली।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
11 अगस्त को लापता होने की शिकायत दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। 12 अगस्त को केस दर्ज हुआ, लेकिन कोई तलाश नहीं की गई।
13 अगस्त को लोहारू के सिंघानी गांव में नहर के पास शव मिला। शुरुआती जांच में मनीषा की बेरहमी से हत्या की बात सामने आई।
प्रदर्शन और गुस्सा
परिवार और ग्रामीणों ने गुस्से में प्रदर्शन किया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इंकार किया।
मामला तूल पकड़ गया और पुलिस की लापरवाही उजागर हुई।
नतीजे में एसपी मनवीर सिंह को पद से हटाया गया और पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए।
आत्महत्या या हत्या?
18 अगस्त को पुलिस ने दावा किया कि मनीषा ने आत्महत्या की थी और कीटनाशक पी लिया था।
एक सुसाइड नोट भी वायरल हुआ, लेकिन परिवार ने इसे मानने से इंकार कर दिया।
परिवार का कहना था कि बेटी अंग्रेजी में नहीं लिख सकती और आत्महत्या नहीं कर सकती।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स में अंतर
इस मामले में तीन बार पोस्टमार्टम हुआ।
- पहले पोस्टमार्टम में त्वचा छिली हुई, पेट फूला हुआ और बच्चादानी बाहर बताई गई।
- दूसरी रिपोर्ट रोहतक पीजीआई से आई जिसमें आंतरिक अंग गायब थे और रीढ़ की हड्डी में चोट थी।
- दोनों रिपोर्ट्स में काफी अंतर रहा।
परिवार ने मांग की कि पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स से हो और जांच सीबीआई करे। दोनों मांगे पूरी हुईं।
सीबीआई जांच और नई एंट्री
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने केस को सीबीआई को सौंपा। दिल्ली एम्स में पोस्टमार्टम भी हुआ।
इसी बीच बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर चेतावनी दी कि मनीषा को इंसाफ दिलाया जाएगा।
इंसाफ की राह
परिवार और ग्रामीण अब भी इंसाफ की राह तक रहे हैं। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अब देखना होगा कि सीबीआई की जांच मनीषा को न्याय दिला पाती है या नहीं।